शुक्रवार, 4 सितंबर 2015

आज से ठीक 39 दिन नवरात्री का घट स्थापना के शुभ पर्व के शुभ अवसर पर हम आप को पुरे दिन तक धर्म यात्रा पर ले चलते है , मातारानी के दरबार में दर्शन कराने , इस कड़ी में आज हम आप को ले चलते है :- अट्टहास शक्तिपीठ , लामपुर ( पच्छिम बंगाल )

अट्टहास शक्तिपीठ
51 शक्तिपीठों में से एक है। हिन्दू धर्म के पुराणों के अनुसार जहां-जहां सती के अंग के टुकड़े, धारण किए वस्त्र याआभूषण गिरे, वहां-वहां शक्तिपीठ अस्तित्व में आये। ये अत्यंत पावन तीर्थस्थान कहलाये। ये तीर्थ पूरे भारतीय उपमहाद्वीप पर फैले हुए हैं। देवीपुराण में 51 शक्तिपीठों का वर्णन है।
·         अट्टाहास शक्तिपीठ पश्चिम बंगाल के 'लाबपुर' (लामपुर) में स्थित है। यह वर्धमान रेलवे स्टेशन से लगभग 95 किलोमीटर आगे कटवा-अहमदपुर रेलवे लाइन पर है।
·         इस शक्तिपीठ के बारे में कहा जाता है कि यहाँ सती का "नीचे का होठ (अधरोष्ठ)" गिरा था।
·         यह स्थल 'अट्टहास शक्तिपीठ' कहा जाता है, जो लामपुर स्टेशन से नजदीक ही थोड़ी दूर पर है।
·         यहाँ की सति 'फुल्लरा' तथा शिव 'विस्वेश' हैं।

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